मुजफ्फरपुर
पूर्वजों की सीखों से परंपरा को सहेजने की जरूरत
लोक संवाद
-मालीघाट में पुरखा-पुरनिया लोक संवाद के तहत हुआ कार्यक्रम
-सरला श्रीवास सामाजिक सांस्कृतिक शोध संस्थान की ओर से आयोजन
फोटो: गुरुवार को मालीघाट में आयोजित पुरखा पुरनिया संवाद कार्यक्रम में शामिल
मालीघाट में गुरुवार को सरला श्रीवास सामाजिक सांस्कृतिक शोध संस्थान की ओर से पुरखा-पुरनिया लोक संवाद का आयोजन किया गया। इसमें यादों के जश्न के तहत जिले के प्रख्यात पत्रकार शिवशंकर श्रीवास्तव की यादों और सीखें को सहेजने का संकल्प लिया गया। नई पीढ़ी से लोक संस्कृति को सहेजने का आह्वान किया गया।
वक्ताओं ने कहा कि पुरखों की सीखों से हमें आगे बढ़ने में सहूलियत होती है। राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित शिक्षाविद डॉ. फूलगेन पूर्वे ने कहा कि शिवशंकर श्रीवास्तव पत्रकारिता के लिए समर्पित रहते थे। आज के समय में पत्रकारिता की दिशा बदल रही है। मूल को सहेजने के लिए पुरखों को याद करते हुए उनके बताए रास्ते पर चलने की जरूरत है। शिक्षा का असली मतलब है एक पीढ़ी के अनुभवों व ज्ञान का दूसरी पीढ़ी में स्थानांतरण। इस बात का महत्व एनसीईआरटी ने भी बताया है। सीबीएसई स्कूलों में बच्चों को अपनी वंशावली जानने का जरूरत बतायी गई है। शिवशंकर श्रीवास्तव स्मृति पर्व की सचिव संगीता चैनपुरी ने कहा कि बुजुर्गों के ज्ञान और अनुभव का उपयोग राष्ट्रहित में जरूरी है। मो. अखलाक ने कहा कि पत्रकारिता के प्रति शिवशंकर श्रीवास्तव की ईमानदारी नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा हैं।
इस दौरान लोक गायिका अनीता कुमारी व संगीता चैनपुरी को स्त्री रत्न सरला श्रीवास सम्मान से नवाजा गया। संचालन लोक कलाकार सुनील कुमार ने किया। मौके पर दिनेश प्रसाद, अजय कुमार ठाकुर, अभय कुमार, अजय रंजन, अनिल कुमार अनल, गौरी शंकर, मो. अली जौहर सिद्दीक़ी, सैयद रेयाज अहमद, बालेश्वर ठाकुर, संत रामेश्वर महतो, प्रमीला देवी, महेश्वर पासवान, भोला साह आदि उपस्थित थे।
चंदन विश्वास/मुजफ्फरपुर