सुनिए कैसे दी जा रही हड़ताल खत्म कराने की धमकी:स्वास्थ्य विभाग के एक अफसर का ऑडियाे वायरल, कर्मचारी नेता को बोले भाड़ में आओ तुम लोग कोई फर्क नहीं पड़ता

The Bihar Today News
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सांकेतिक तस्वीर।

  • स्वास्थ्य विभाग के आदेश के बाद बढ़ा आक्रोश

बिहार स्वास्थ्य संविदा कर्मियों की हड़ताल के बीच एक ऑडियो वायरल हो रहा है। ऑडियो राज्य स्वास्थ्य समिति के ED मनोज कुमार का बताया जा रहा है। आडियो में संविदा स्वास्थ्य कर्मियों के लिए अपमानजनक शब्दों का प्रयोग करते हुए FIR और टर्मिनेट करने तक की बात कही जा रही है। बिहार राज्य स्वास्थ्य संविदा कर्मी संघ की तरफ से यह दावा किया जा रहा है कि ऑडियो राज्य स्वास्थ्य समिति के ED मनोज कुमार की राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ बिहार के प्रदेश महासचिव मोहम्मद जावेद अख्तर से बातचीत की है। हालांकि दैनिक भास्कर इस ऑडियो में अधिकारी की आवाज को लेकर किए जा रहे दावे की पुष्टि नहीं कर रहा है।

वायरल ऑडिया में यह बोला गया

‘ सारा तहस-नहस हो रहा है। आप लोग देख लीजिए। बुद्धि वुद्धि काम नहीं कर रहा, कहीं और से गाइड हो रहे हैं तो आप लोग गाइड होइए ठीक है न, आप लोग नाटक बनाए हुए हैं। जब मंत्री जी से बात हो गई सबकी बात हो गई तो उसके बाद बचा क्या था जी। तुम लोगों के कंट्रोल में नीचे नहीं रहते हैं सब तो तुम लोग होम आइसोलेशन और स्ट्राइक का कॉल लेते क्यों हो। क्या लिखित आए तुमको, मंत्री जी जब बोल दिए तब उसके बाद लिखत आएगा तुमको। लिखित आएगा क्या तो क्या कर लोगे उसका कोई कानूनी असर होगा। हमलोगों की बात पर कोई भरोसा नहीं होता है। प्रिंसिपल सेक्रेटरी बोल रहे हैं, मंत्री बोल रहे हैं, उसके बाद लिखित चाहिए। आपलोग अपना भुगतिए हमलोग FIR कर रहे हैं, सबको टर्मिनेट कर रहे हैं। भाड़ में जाइए आपलोग, उससे कोई फर्क नहीं पड़ता किसी को। हम लोग FIR और टर्मिनेशन का ऑर्डर कर रहे हैं आप लोग अपना समझिए।

बार-बार की जा रही लिखित की मांग

ऑडियो में जिस आवाज को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ के प्रदेश महासचिव जावेद अख्तर की बताई जा रही है, वह बार-बार यही कर रहे हैं कि लिखित नहीं दिया जा रहा है। बार बार आश्वासन दिया जाता है और लिखित नहीं देने से हर बार यही समस्या होगी।

वीडियो वायरल, जिसमें रो रही बच्ची

एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जो बिहार रज्य संविदा स्वास्थ्य कर्मी संघ के सचिव ललन कुमार के घर पुलिस की दबिश का है। बताया जा रहा है कि पुलिस सादी वर्दी में कर्मचारी नेता के घर पहुंची थी, जिससे घर वालों में दहशत हो गया। बच्ची डर कर वीडियो बनाने लगी, जिसके बाद जिन्हें पुलिस कर्मी बताया गया वह बाहर चले गए। लड़की बार-बार कह रही है प्रूफ के लिए वीडियो बना रही है। घर में आए लोगों ने कहा कि गलत हैं इसलिए कर्मचारी भाग रहे हैं। इस पर बच्ची रो-रो कर कहती है मेरे पापा गलत नहीं हैं। इसी के साथ एक और वीडियो वायरल हुआ, जिसमें कर्मचारी नेता ललन ने पुलिस और बिहार की जनता से अपील की है कि वह जायज मांंगाें के लिए आवाज उठाए हैं। ललन कुमार ने वीडियो में कहा कि सरकार से अनुरोध है कि जायज मांगों की मांग कर रहे हैं। हम चोर या अपराधी नहीं हैं। सरकार से मांग है कि हमारा हक पूरा किया जाए। परिवार को धमकाया नहीं जाए, अरेस्ट करने के लिए इतना दबाव नहीं किया जाए।

राज्य स्वास्थ्य समिति के आदेश से आक्रोश

राज्य स्वास्थ्य समिति ने आदेश जारी कर दिया है कि होम आइसोलेशन में जाने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाए। इस संबंध में पुलिस मुख्यालय से भी आदेश जारी हुआ है। इसे लेकर समस्या बढ़ रही है। संविधा स्वास्थ्य कर्मियाें का कहना है कि सरकार कोई बात नहीं मान रही है। कोई वार्ता नहीं हो रही है और न ही कोई प्रयास हो रहा है। संविदा स्वास्थ्य कर्मियों के संघ का कहना है कि कई कर्मचारियों को कोरोना काल में कई कर्मियों की हालत खराब हुई है, जिसमें इलाज में काफी परेशानी हुई। चंदा लगाकर इलाज कराया गया। वह जो भी मांग कर रहे हैं, वह जायज है और इस पर सरकार को ध्यान देना चाहिए। प्रदेश में लगभग 27 हजार संविदा स्वास्थ्य कर्मी हैं, जो होम आइसोलेशन में हैं।

 

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