BPSC परीक्षा पैटर्न में बदलाव का विरोध कर रहे छात्रों को पुलिस ने दौड़ा दौड़ा कर पीटा

Prakash
Prakash
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बिहार में शिक्षक अभ्यर्थियों के बाद अब BPSC अभ्यर्थियों पर भी पुलिस का कहर टूट पड़ा,  पुलिस बीपीएससी के छात्रों को  दौड़ा-दौड़ाकर पीटा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने सभी छात्रों पर लाठियां भी भांजीं है। इस लाठी चार्ज में बहुत सारे छात्र घायल हो गए ।  बताया जा रहा है कि ये सभी छात्र परीक्षा के पैटर्न के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस ने छात्र नेता दिलीप कुमार को गिरफ्तार कर लिया है।

बिहार लोक सेवा चयन आयोग की  67वीं पीटी परीक्षा 20 और 22 सितंबर को होनी है लेकिन परीक्षार्थी इस  परीक्षा के पैटर्न में अचानक हुए बदलाव   का विराध कर रहे हैं। इसी मुद्दे पर इससे पहले भी  छात्रों ने पटना स्थित आयोग के  कार्यालय का सामने विरोध  प्रदर्शन भी किया था।

बता दें कि आयोग द्वारा परीक्षा दो दिनों में लेने और ‘परसेंटाइल’ तकनीक से रिजल्ट जारी करने के निर्णय का विरोध हो रहा था। बीपीएससी के छात्र परीक्षा को एक दिन में आयोजित करने की मांग कर रहे थे। छात्र विरोध में आज पटना में प्रदर्शन कर रहे हैं।

क्यों हो रहा है बीपीएससी का विरोध

गौरतलब है कि 67वीं बीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा 8 मई को ली गई थी, लेकिन परीक्षा में पेपर लीक होने के कारण इस परीक्षा को रद्द कर दिया गया था।  इस मामले में अब तक कई अधिकारियों को भी पकड़ा गया है और उन पर कार्यवाही भी की गई है।  इसके बाद बीपीएससी ने परीक्षा लेने की तिथि 20 और 22 सितंबर को घोषित की है,  लेकिन आयोग ने इस बार बीपीएससी परीक्षा का पैटर्न बीच में ही बदल दिया जिसके कारण बीपीएससी आयोग का काफी विरोध हो रहा है ।

क्या है BPSC का नया परीक्षा पैटर्न

इससे पहले बिहार में प्रारंभिक परीक्षा एक ही शिफ्ट में हुआ करते थे लेकिन इस बार बीपीएससी ने घोषणा किया है कि बीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा दो अलग-अलग दिन 2 शिफ्ट में होगी और  परसेंटाइल के आधार पर छात्रों को मार्क्स दिया जाएगा।।

BPSC की नई परीक्षा पैटर्न का विरोध क्यों हो रहा है

जबकि छात्र नेता दिलीप कुमार का कहना है कि आयोग ने इस परीक्षा प्रणाली में पारदर्शिता नहीं है।  उन्होंने बीपीएससी आयोग पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीपीएससी ने  जिन अभ्यर्थियों  से पैसा लिया है उन्हें एक शिफ्ट में एग्जाम दिला कर उन्हें  पास करवा देगी। इसीलिए हम इसका विरोध करते हैं।  उन्होंने इससे पहले बीपीएससी के चेयरमैन से मुलाकात भी की थी जिस पर बीपीएससी के अध्यक्ष ने उन्हें आश्वासन दिया था और  दुबारा 31 अगस्त को मिलने के लिए बुलाया था ।

लेकिन उससे पहले 30 अगस्त को ही बीपीएससी ने एक सूचना जारी करते हुए बताया कि सितंबर में 20 और 22 तारीख को परीक्षा ली जाएगी इसके बाद छात्र नेता दिलीप कुमार के नेतृत्व में कई सारे छात्रों ने आज यानी 31 दिसंबर को आंदोलन का फैसला लिया था।

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